आज के समय में, जब महंगाई बढ़ रही है, बहुत से लोग अपनी सीमित आय में संतुलन बनाना चाहते हैं। लेकिन एक व्यक्ति ने अपनी साधारण 40,000 की सैलरी से एक बेहतरीन उदाहरण पेश किया है।
आइए जानते हैं कैसे उन्होंने शेयर बाजार में SIP (Systematic Investment Plan) के माध्यम से 6 करोड़ का पोर्टफोलियो बनाया।
40000 का सैलरी से 6 करोड़ का पोर्टफोलियो वाले व्यक्ति की कहानी
मै आज आपको एक अपने दोस्त के बारे बताने जा रहा हु जिसका नाम अभिषेक अग्रवाल है, जो एक सरकारी विभाग में काम करता है। उनकी सैलरी 40,000 रुपये है, जिसमें से वह हर महीने 10,000 रुपये निवेश करने का निर्णय लेते हैं। अभिषेक की कहानी यह बताती है कि कैसे उन्होंने अपनी सीमित आय का सही उपयोग किया।
SIP का महत्व
SIP एक ऐसी प्रक्रिया है, जिसमें आप नियमित अंतराल पर एक निश्चित राशि का निवेश करते हैं। यह आपको बाजार के उतार-चढ़ाव का सामना करने में मदद करता है।
उदाहरण:
- साल 1: अभिषेक ने हर महीने 10,000 रुपये का SIP शुरू किया। पहले साल में उन्होंने कुल 1,20,000 रुपये निवेश किए।
- साल 5: 5 सालों में, उनका निवेश 6,00,000 रुपये हो गया, जिसमें बाजार की बढ़ती वैल्यू के कारण उन्हें अच्छा रिटर्न मिला।
निवेश की रणनीति
अभिषेक ने अपने SIP को विभिन्न म्यूचुअल फंड्स में विभाजित किया:
- इक्विटी म्यूचुअल फंड: 60%
- डेब्ट म्यूचुअल फंड: 20%
- बैलेंस फंड: 20%
मार्केट रिसर्च और निर्णय
अभिषेक ने हर महीने निवेश करने से पहले मार्केट रिसर्च पर ध्यान दिया। उन्होंने विभिन्न म्यूचुअल फंड्स के प्रदर्शन, उनके रिटर्न और मैनेजमेंट टीम की क्षमता को ध्यान में रखा।
6 करोड़ का पोर्टफोलियो
5 सालों में, उनके म्यूचुअल फंड्स ने लगभग 15% की सालाना औसत रिटर्न दिया। इस तरह, उनकी कुल संपत्ति:
12,67,874, लेकिन रघु ने निवेश जारी रखा और 15 साल बाद, उनका कुल पोर्टफोलियो लगभग 6 करोड़ रुपये तक पहुंच गया।
निष्कर्ष
अभिषेक की कहानी हमें यह सिखाती है कि सही योजना और धैर्य के साथ, कोई भी व्यक्ति अपनी सीमित आय से भी बड़ा पोर्टफोलियो बना सकता है। SIP के माध्यम से, आप अपने निवेश को सुरक्षित और प्रबंधित तरीके से बढ़ा सकते हैं।
इस प्रकार, अभिषेक जैसे व्यक्ति ने साबित किया कि अगर इरादा मजबूत हो और योजना सही हो, तो कोई भी व्यक्ति अपनी आर्थिक स्थिति को बदल सकता है।
इस कहानी से प्रेरणा लेकर आप भी अपने भविष्य के लिए योजना बना सकते हैं!